Monday, November 19, 2007

आज सोमवार है

दोस्तों कहते हैं कि अपनी डफली अपना राग इसी प्रकार से तो मैं भी यही कर रहा हूँ ,क्योंकि मुझे लगता है कि एक व्यक्ति के सामान्य से विचार के लिए अब किस के पास समाया है । खैर भाई जब ठान हे लिया है तो यह ही सही अपनी डफली अपना राग । आज तो आगरा मे बहुत कुछ हुआ परन्तु इतना विशेष भी नहीं कि आप लोगों केकीमती समय को नष्ट किया जाये । खैर अभी भी आपके पास मेरे इन फालतू शब्दों को पढ़ने का समय हो तो आप से अनुरोध है कि आप सभी अपना समय ishwar के ध्यान mey समय lagaaiye

Saturday, November 17, 2007

आज कि ताजा khabar

दोस्तों नमस्कार
आज एक विशेष दिन है आज मुझ जैसे महान व्यक्ति द्वारा अपने ब्लोग्गिंग के सफर को शुरू किया जा रहा है । मेरे लिए आगरा एक जीवन रेखा के समान है.इस शहर से मेरा १५ वर्षों का छोटा सा नाता है । मेरे जीवन के सबसे हसीं पल यहीं व्यतीत हुए हैं । खैर छोडिये इन सब बातों को आज आगरा कि खबर मिएँ मैं आपको सिर्फ यह बताना चाहूंगा कि आज का दिन शहर मैं पूर्ण शांति रही । यहाँ के नागरिकों में पिछले महीनों में शुरू हुए दोनो अफ ऍम रेडियो स्टेशन के कारण जीवन संगीतमय हो गया है। यही आगरा शहर के लिए एक विशेष उपलब्धि है.